नई दिल्ली . शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का काम किसी जाति या धर्म देखकर पुलिस नहीं करती। जरूरत पर हर किसी की मदद करती है, वह किसी की दुश्मन नहीं। पुलिस शांति की दोस्त है, व्यवस्था की दोस्त है, इसलिए सैदव उसका सम्मान किया जाना चाहिए। रविवार को यह बातें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के 73वें स्थापना दिवस के मौके पर कहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हवाला देते हुए कहा हमें समझना चाहिए कि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है, इसलिए उसकी केवल आलोचना या उपद्रवियों की तरफ से उन्हें निशाना बनाना ठीक नहीं है।
उनके काम को भी समझना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा दिल्ली पुलिस न सिर्फ भारत बल्कि विश्व के महानगरों में अग्रणी पुलिस है। सरदार पटेल की बात का उल्लेख करते हुए पुलिस को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि पुलिस को नरम रहना चाहिए लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए उपद्रवियों से नागरिकों को परेशानी न हो। इस मौके पर शाह ने दिल्ली पुलिस के पांच जवानों को श्रद्धांजलि दी। बाटला हाऊस एनकाउंटर में शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को भी श्रंद्धाजलि दी गई।
चुने गए बेस्ट 3 थाने, सदर बाजार पहले नंबर पर
न्यू पुलिस लाइन किंग्सवे कैम्प ग्राउंड स्थित आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली पुलिस के बेस्ट तीन थाने भी चुने गए। इनमें पहले नंबर पर सदर बाजार थाना, दूसरे पर कालकाजी और तीसरे स्थान पर फर्श बाजार थाना रहा। इन तीनों ही थाने के एसएचओ अशोक कुमार, संदीप घई व अशोक कुमार ने गृह मंत्री से ट्रॉफी हासिल की। इस मौके पर पहली महिला आईपीएस व पुदुचेरी की एलजी किरन बेदी, एलजी अनिल बैजल, सीपी अमूल्य पटनायक भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पुलिस पदक हरेंद्र को
स्थापना दिवस समारोह में शाह ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पदक से सम्मानित किया। 2 नवंबर, 2019 को तीस हजारी कांड में वकीलों से हुए विवाद को सधे तरीके से हैंडल करने वाले आईपीएस हरेंद्र कुमार सिंह को राष्ट्रपति सराहनीय सेवा पुलिस पदक से नवाजा गया। डीसीपी मोहम्मद अख्तर, एसीपी मीना नायडू, हरीश चंद्र, मोहन सिंह, महेश कुमार, महेंद्र सिंह, अरुण कुमार सिंह, चंदा सहजवानी, किरन सेठी, भैरों सिंह, को भी सम्मानित किया गया।